बहते रहना चाहिए उसे सड़ांध मारती लोकतंत्र की लहूलुहान लाश पर ? बहते रहना चाहिए उसे सड़ांध मारती लोकतंत्र की लहूलुहान लाश पर ?
मासूम इन चेहरो पर कब ह॔सी गूंजेगी, बाल उत्पीड़न बच्चे को कब रिहाई मिलेगी। मासूम इन चेहरो पर कब ह॔सी गूंजेगी, बाल उत्पीड़न बच्चे को कब रिहाई म...
भोर का वो उगता सूरज देता है सबको इक आस, ऐसे ही तुम हो कुछ बहुत खास! भोर का वो उगता सूरज देता है सबको इक आस, ऐसे ही तुम हो कुछ बहुत खास!
योनि ही तो है! योनि ही तो है!
बचपन बीता जिस आंगन में जिसमें खेले खेल निराले, अपनेपन की यादों में विस्मृत करके, ख़्व बचपन बीता जिस आंगन में जिसमें खेले खेल निराले, अपनेपन की यादों में विस्मृत...
किसी महिला पर ऐसी कोई नौबत आए वक्त बदलते देर नहीं लगती। किसी महिला पर ऐसी कोई नौबत आए वक्त बदलते देर नहीं लगती।